
हमारे विश्वविद्यालय में आपका स्वागत करते हुए मुझे अत्यंत हर्ष और गर्व का अनुभव हो रहा है। चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय ( CRSU), जींद एक ऐसा शिक्षण संस्थान है जिसने स्थापित हुए केवल कुछ वर्षों के भीतर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। आज मैं आपको इस विश्वविद्यालय की यात्रा, हमारी शिक्षा नीति, शोध एवं विकास की संस्कृति, और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धताओं के बारे में विस्तार से बताना चाहता हूँ।
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सबसे पहले, मैं यह बताते हुए प्रसन्न हूँ कि प्रो. डॉ. रामपाल सैनी को, जो डी.ए.वी. (पी.जी.) कॉलेज, करनाल के प्राचार्य के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे, चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया गया है। उनके नेतृत्व में यह विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता प्राप्त करेगा, बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय प्रगति में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
CRSU की स्थापना और उद्देश्य
CRSU की स्थापना वर्ष 2014 में हुई, लेकिन इसके विकास और प्रगति की गति इतनी तीव्र रही है कि यह जल्द ही शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थानों में अपना स्थान बनाने में सफल हुआ है। हमारा उद्देश्य केवल एक ज्ञान केंद्र बनना नहीं है, बल्कि ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ ज्ञान का सृजन और प्रसार हो, नवाचार को बढ़ावा मिले, वैज्ञानिक सोच विकसित हो, और साथ ही मानवीय मूल्यों एवं पर्यावरण संरक्षण को भी सर्वोपरि रखा जाए।
आज के वैश्विक परिप्रेक्ष्य में शिक्षा का स्वरूप बदल रहा है। केवल किताबी ज्ञान से परे, आज के विद्यार्थी को ऐसे कौशलों से लैस करना आवश्यक है जो उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिला सकें। हमारा विश्वविद्यालय यही सुनिश्चित करता है कि यहाँ के छात्र विषयगत ज्ञान के साथ-साथ नेतृत्व कौशल, व्यावहारिक अनुभव और उद्यमशीलता के गुण भी प्राप्त करें। हमारा पाठ्यक्रम इन्हीं लक्ष्यों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, ताकि विद्यार्थी न केवल अकादमिक रूप से दक्ष हों, बल्कि वे अपने करियर और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम बनें।
आधुनिक युग में शिक्षा का महत्व और चुनौतियाँ
हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहाँ तकनीकी विकास की रफ्तार अभूतपूर्व है। हर दिन नई तकनीकें, नए विचार और नए प्रयोग जन्म ले रहे हैं। ऐसे में शिक्षा का स्वरूप भी केवल पारंपरिक अध्यापन तक सीमित नहीं रह सकता। विद्यार्थियों को स्वतंत्र विचारधारा अपनाने, नवाचार करने और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जाना चाहिए।
CRSU इस दृष्टि से प्रतिबद्ध है कि यहाँ के विद्यार्थी न केवल शैक्षणिक ज्ञान प्राप्त करें, बल्कि वे सृजनात्मक और व्यावहारिक सोच के धनी बनें। हमें विश्वास है कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें सामाजिक जिम्मेदारियों का बोध कराना है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप शिक्षा
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक नई क्रांति लाई है। यह नीति बहुविषयक शिक्षा, लचीली पाठ्यक्रम संरचना, और रचनात्मकता को प्राथमिकता देती है। हमारा विश्वविद्यालय पूरी तरह से इस नीति के अनुरूप अपनी शिक्षा प्रणाली को विकसित कर रहा है।
यहाँ विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों का अध्ययन करने, नए प्रयोग करने, और अनुभव से सीखने के समान अवसर दिए जाते हैं। हमारा उद्देश्य है कि विद्यार्थी न केवल तकनीकी ज्ञान से लैस हों, बल्कि उनमें सामाजिक, नैतिक और मानवीय मूल्यों का भी समुचित विकास हो। इस नीति के तहत हम विद्यार्थियों को उनकी रुचि के अनुसार विषय चुनने की स्वतंत्रता देते हैं जिससे उनकी सीखने की प्रक्रिया अधिक प्रभावी और रोचक बन सके।

तकनीक और संसाधनों में नवाचार
आधुनिक शिक्षा के लिए तकनीक का उपयोग अनिवार्य हो गया है। हमारा विश्वविद्यालय अत्याधुनिक तकनीकी संसाधनों से सुसज्जित है। यहाँ स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी, और अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। ये संसाधन विद्यार्थियों को पारंपरिक शिक्षा से परे एक व्यापक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करते हैं।
हमारे शिक्षक अपने-अपने क्षेत्रों के विशेषज्ञ हैं, जो नवीनतम शोध और तकनीकों से अपडेट रहते हैं। वे विद्यार्थियों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान देते हैं, बल्कि उनके आत्म-विश्वास और क्रिएटिविटी को भी बढ़ावा देते हैं। साथ ही, यहाँ प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण पद्धति को प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे विद्यार्थी वास्तविक जीवन की समस्याओं का समाधान सीखते हैं।
CRSU शोध एवं विकास की संस्कृति
CRSU का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य शोध और नवाचार को बढ़ावा देना है। यहाँ शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों के लिए शोध कार्य को प्राथमिकता दी जाती है। हमारा विश्वविद्यालय देश-विदेश के विभिन्न शोध संस्थानों और उद्योगों के साथ साझेदारी करता है ताकि अनुसंधान के क्षेत्र में निरंतर प्रगति हो सके।
शोध के माध्यम से हम सामाजिक, वैज्ञानिक और तकनीकी समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयास करते हैं। साथ ही, हम विद्यार्थियों को भी शोध कार्यों में सम्मिलित कर उनके ज्ञान को गहरा और व्यावहारिक बनाते हैं। यह प्रक्रिया न केवल उनके अकादमिक विकास के लिए आवश्यक है, बल्कि उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने में भी सहायक है।
संवाद, विचार-विमर्श और नेतृत्व विकास
हमारा विश्वविद्यालय शिक्षा के अलावा विचारों के आदान-प्रदान का एक जीवंत मंच भी है। यहाँ विभिन्न विषयों के छात्र, शिक्षक, और शोधकर्ता नियमित रूप से सेमिनार, कार्यशालाओं, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। यह गतिविधियाँ विद्यार्थियों के सोचने-समझने की क्षमता को विकसित करती हैं और उनमें नेतृत्व कौशल का निर्माण करती हैं।
हम मानते हैं कि एक अच्छा शिक्षण संस्थान केवल ज्ञान देने तक सीमित नहीं रहता, बल्कि वह विद्यार्थियों में सामूहिक सोच, सहकारिता, और सामाजिक चेतना भी उत्पन्न करता है। इसलिए, हमारा प्रयास रहता है कि हर छात्र अपनी प्रतिभा और नेतृत्व क्षमताओं का पूर्ण विकास कर सके।
सर्वांगीण विकास का महत्व
शिक्षा केवल अकादमिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं होनी चाहिए। व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास, संवाद कौशल, आत्मविश्वास, सहानुभूति, और टीम वर्क जैसे गुण भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। CRSU में हम इन सभी पहलुओं पर विशेष ध्यान देते हैं।
हमारा बहुविषयक शिक्षण मॉडल विद्यार्थियों को उनके रुचि और क्षमता के अनुसार व्यापक ज्ञान प्रदान करता है। इसके साथ ही हम सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों जैसे खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और सामाजिक सेवा को भी प्रोत्साहित करते हैं ताकि छात्र जीवन के हर क्षेत्र में संतुलित और सफल बन सकें।
आपका विश्वविद्यालय में अनुभव
CRSU में आपकी यात्रा न केवल शैक्षणिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और व्यावसायिक दृष्टि से भी समृद्ध होगी। यहाँ आपको सीखने, शोध करने, और स्वयं को विकसित करने के अनेक अवसर मिलेंगे। आप यहां न केवल ज्ञान अर्जित करेंगे, बल्कि अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक कौशल भी सीखेंगे।
मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि इस अवसर का भरपूर लाभ उठाएँ, सक्रिय रहें, और इस विश्वविद्यालय के गौरवशाली सदस्य बनें। आपका उत्साह, लगन और प्रयास ही हमारे संस्थान की सफलता का आधार है।
CRSU, जींद एक ऐसा मंच है जहाँ हम शिक्षा के नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य न केवल शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करना है, बल्कि एक ऐसा समाज तैयार करना है जहाँ से नेतृत्वकर्ता, वैज्ञानिक, उद्यमी और जिम्मेदार नागरिक निकलें।
आपका CRSU में स्वागत है। मैं आशा करता हूँ कि आपकी यात्रा सफल, सुखद और यादगार होगी। आइए, मिलकर इस महान संस्थान को उच्चतम शिखरों पर ले जाएँ।
प्रो. (डॉ.) रामपाल सैनी
कुलपति, चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद