दिनांक 25 मई 2025, Haryana राज्य के विभिन्न जिलों से आए हुए Ministerial Staff के कर्मठ एवं जागरूक कर्मचारियों ने हिसार स्थित जाट धर्मशाला, मठका चौक में एकत्रित होकर एक ऐतिहासिक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक का उद्देश्य Haryana राज्य के मिनिस्ट्रीयल स्टाफ के लिए एक संगठित और विधिवत रूप से पंजीकृत “मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन” का गठन करना था, जिससे राज्यभर के मिनिस्ट्रीयल स्टाफ के कर्मचारियों की समस्याओं का एकजुट होकर समाधान निकाला जा सके।
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Haryana बैठक की अध्यक्षता एवं संचालन
इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता श्री सत्येन्द्र सिंह गरेवाल, लेखापाल (Accountant) द्वारा की गई, जिन्होंने अपने अनुभव, नेतृत्व क्षमता एवं सजग दृष्टिकोण से पूरी बैठक का कुशलतापूर्वक संचालन किया। उनके मार्गदर्शन में बैठक ने न केवल गंभीर मुद्दों पर विचार किया बल्कि ठोस निर्णय भी लिए।
बैठक की पृष्ठभूमि
Haryana राज्य में कार्यरत मिनिस्ट्रीयल स्टाफ – जिसमें लेखापाल (Accountants), लिपिक (Clerks) एवं सहायक स्तर के कर्मचारी शामिल हैं – वर्षों से अनेक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। चाहे वो ट्रांसफर नीति हो, पदोन्नति की पारदर्शिता, वेतनमान की विसंगतियाँ, अथवा कार्यस्थल की सुविधा – सभी मोर्चों पर कर्मचारियों की आवाज़ को कोई मजबूत प्लेटफ़ॉर्म नहीं मिला। इसी आवश्यकता को महसूस करते हुए राज्यभर के जागरूक कर्मचारियों ने एक मंच पर आकर विचार-विमर्श करने का निर्णय लिया।
बैठक में भाग लेने वाले प्रमुख प्रतिनिधि
बैठक में भाग लेने वाले कर्मचारियों की सूची में राज्य के विभिन्न जिलों से आए हुए प्रतिष्ठित कर्मचारी शामिल थे, जिनमें मुख्य रूप से:
- श्रीमती ब्रिद्धा देवी, लेखापाल
- श्री दीपक, लेखापाल (जींद)
- श्री दलबीर, लेखापाल (विवाद शाखा, करनाल)
- श्री लविश, लेखापाल (कुरुक्षेत्र)
- श्री सुमित नारंग, लेखापाल (हिसार)
- श्री राजेन्द्र, लेखापाल (फतेहाबाद)
- श्री सुमित, लेखापाल (भिवानी)
- श्री अमोद, लेखापाल (सिरसा)
- श्री प्रेम, लेखापाल (कैथल)
- श्री सुभाष, लेखापाल (यमुनानगर)
- श्री अशोक, लेखापाल (टोहाना)
- श्री सोनू, लिपिक (जींद)
- श्री अमित, लिपिक (हिसार)
- श्री दीपक, लिपिक (टोहाना)
- तथा अन्य कई जिलों एवं शाखाओं से आए कर्मचारी इस बैठक में शामिल हुए।
इन सभी कर्मचारियों ने अपनी-अपनी शाखाओं और जिलों में कार्यरत मिनिस्ट्रीयल स्टाफ की समस्याओं, अनुभवों और सुझावों को साझा किया।
Haryana बैठक की मुख्य चर्चाएं एवं निष्कर्ष
1. एसोसिएशन के गठन की आवश्यकता
बैठक में सर्वप्रथम यह स्वीकार किया गया कि एक समर्पित और आधिकारिक संगठन की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो कि राज्य भर में फैले मिनिस्ट्रीयल स्टाफ की एक साझा आवाज़ बन सके। यह संगठन कर्मचारियों की मांगों को प्रशासनिक स्तर पर प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करेगा।
2. पंजीकरण की प्रक्रिया पर चर्चा
सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जल्द ही इस संगठन को विधिवत रूप से Haryana राज्य सरकार के अंतर्गत पंजीकृत करवाया जाएगा। इसके लिए आवश्यक दस्तावेजों, नियमावली (By-laws), पदाधिकारियों के चयन एवं सदस्यता प्रक्रिया पर विचार-विमर्श किया गया।
3. प्रारंभिक कार्यकारी समिति का गठन
हालांकि स्थायी समिति का चुनाव बाद में होगा, लेकिन वर्तमान में एक प्रारंभिक समिति (Ad-hoc Committee) गठित की गई, जो संगठन के पंजीकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी और आवश्यक रूपरेखा तैयार करेगी। इसमें कुछ अनुभवी कर्मचारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई जो सभी जिलों से समन्वय बनाएंगे।
4. संगठन का उद्देश्य और लक्ष्य
संगठन के प्रस्तावित उद्देश्यों में शामिल हैं:
- कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान
- सरकार के समक्ष कर्मचारियों के हितों की प्रभावी प्रस्तुति
- पदोन्नति प्रक्रिया में पारदर्शिता
- स्थानांतरण नीति में सुधार
- प्रशिक्षण, विकास और सामाजिक सुरक्षा संबंधी योजनाएं लागू करवाना
भविष्य की रणनीति
बैठक के दौरान सभी प्रतिनिधियों ने यह सहमति व्यक्त की कि संगठन को राजनीतिक प्रभाव से मुक्त, निष्पक्ष और कर्मचारियों के हितों की पूर्ति हेतु समर्पित रहना चाहिए। आगे की रणनीति के तहत:
- राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विस्तृत रूप से संगठन की नीति, कार्यक्रम एवं भविष्य की कार्ययोजना घोषित की जाएगी।
- सदस्यता अभियान चलाया जाएगा, जिससे सभी जिलों के कर्मचारियों को संगठन से जोड़ा जा सके।
- एक आधिकारिक पोर्टल/समूह का गठन किया जाएगा, जिससे जानकारी, फॉर्म, बैठक नोट्स, योजनाएं आदि साझा की जा सकें।
प्रतिनिधियों की भावनाएं और सुझाव
बैठक में उपस्थित कई प्रतिनिधियों ने अपने विचार भी साझा किए। कुछ प्रमुख उद्धरण इस प्रकार हैं:
- श्री दलबीर (करनाल): “हमें वर्षों से एकजुट होकर आवाज उठाने की ज़रूरत थी, आज पहला कदम उठ गया है। आने वाला समय कर्मचारियों के लिए सकारात्मक होगा।”
- श्री लविश (कुरुक्षेत्र): “यह संगठन किसी एक जिले का नहीं, पूरे हरियाणा के मिनिस्ट्रीयल स्टाफ का है – हमें एकजुटता और अनुशासन के साथ आगे बढ़ना है।”
- श्री सुमित नारंग (हिसार): “हम कर्मचारियों की सेवा शर्तों में सुधार, पदोन्नति की प्रक्रिया में पारदर्शिता और सम्मानजनक कार्य वातावरण की मांग को सशक्त आवाज देंगे।”
उपसंहार
हिसार में आयोजित यह बैठक न केवल एक प्रशासनिक औपचारिकता थी, बल्कि यह Haryana राज्य के मिनिस्ट्रीयल स्टाफ कर्मचारियों के भविष्य के लिए एक आशा की किरण भी है। यह पहल निश्चित ही आने वाले समय में कर्मचारियों की गरिमा, अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
संगठन का उद्देश्य “एकता, संघर्ष और समाधान” के मूलमंत्र पर आधारित होगा।
सभी कर्मचारियों ने अंत में यह संकल्प लिया कि वे संगठन के नियमों का पालन करते हुए, अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी और निष्ठा से करेंगे, और संगठन को एक सशक्त मंच बनाकर रहेंगे।
संभावित नाम प्रस्तावित:
- Haryana राज्य मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन
- Haryana अकाउंटेंट एंड क्लेरिकल एम्प्लॉई यूनियन
- Haryana मिनिस्ट्रीयल वर्कफोर्स फेडरेशन
(अंतिम नाम का चयन अगली बैठक में सर्वसम्मति से किया जाएगा)
समाप्ति
बैठक का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया, जिसमें श्री सत्येन्द्र सिंह गरेवाल ने सभी प्रतिनिधियों को सहयोग के लिए धन्यवाद कहा और विश्वास जताया कि आने वाले समय में यह संगठन सभी कर्मचारियों की आवाज बनेगा।
रिपोर्ट तैयारकर्ता: दलबीर सिंह
तारीख: 25.05.2025
स्थान: जाट धर्मशाला, मठका चौक, हिसार (हरियाणा)